प्रमुख राष्ट्रीय आंदोलन

भारत का स्वतंत्रता संग्राम एक लंबी और जटिल प्रक्रिया थी, जिसमें कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आंदोलनों ने स्वतंत्रता संघर्ष को दिशा दी। इन आंदोलनों ने न केवल ब्रिटिश शासन को चुनौती दी, बल्कि भारतीय समाज में जागरूकता और एकता को भी बढ़ावा दिया।

  • स्वदेशी आंदोलन (1905-1908): स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत 1905 में बंगाल विभाजन के विरोध में हुई थी। लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल के विभाजन का उद्देश्य हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच विभाजन पैदा करना था। अगस्त 1905 में कलकत्ता के टाउनहॉल में एक विशाल बैठक आयोजित की गई जिसमेंस्वदेशी ....
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