कैनाइन डिस्टेंपर

हाल ही में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर द्वारा एशियाई शेरों के लिए 'कैनाइन डिस्टेंपर वायरस' (CDV) वैक्सीन का विकास किया गया है।

  • कैनाइन डिस्टेंपर 'पैरामाएक्सो वायरस' नामक विषाणु के कारण होता है। यह शरीर के तरल पदार्थों यथा- संक्रमित मूत्र, रक्त और लार से प्रसारित होता है। यह वायरस मुख्य रूप से कुत्तों के बच्चों और वयस्क कुत्तों के श्वसन, जठरांत्र एवं तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है। इसका प्रसार शेरों, बाघ, तेंदुआ तथा अन्य जंगली बिल्लियों के साथ सील्स में भी हो सकता ....
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