धार्मिक सुधार आंदोलन

आर्य समाज एवं शुद्धि आंदोलन

  • आर्य समाजः 1875 में दयानंद सरस्वती ने बंबई में आर्य समाज की स्थापना की थी।
    • इसका उद्देश्य देश में व्याप्त धार्मिक और सामाजिक बुराइयों को दूर कर वैदिक धर्म की पुनः स्थापना करना था।
    • दयानंद सरस्वती एक ईश्वर में विश्वास करते थे तथा इनके द्वारा ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा दिया गया था।
    • इन्होंने जाति व्यवस्था, बाल विवाह, मूर्तिपूजा, पुरोहितवाद, कर्मकांडों आदि का विरोध किया तथा स्त्री शिक्षा, विधवा विवाह आदि को प्रोत्साहित किया। स्वामी दयानंद ने शूद्रों तथा स्त्रियों को वेद पढ़ने, ऊंची शिक्षा प्राप्त करने तथा यज्ञोपवीत धारण करने के पक्ष में आंदोलन किया।
  • शुद्धि ....
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