बहुआयामी गरीबी

वैश्विक स्तर पर गरीबी को अधिक व्यापक तरीके से मापने के लिए बहुआयामी गरीबी का मापन किया जाता है|

  • यह मौद्रिक गरीबी, शिक्षा और बुनियादी ढांचा सेवाओं जैसे तीन आयामों के आधार पर वंचित परिवारों को मापता है।
  • नीति आयोग द्वारा भारत में राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी का आकलन किया जाता है| स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर के तीन समान रूप से भारित आयामों में एक साथ अभाव का आकलन करती हैं।
  • इनमें पोषण, बाल और किशोर मृत्यु दर, मातृ स्वास्थ्य, स्कूली शिक्षा के वर्ष, स्कूल में उपस्थिति, भोजन पकाने का ईंधन, स्वच्छता, पेयजल, ऊर्जा, आवास, संपत्ति तथा बैंक खाते शामिल हैं। ....
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