महाद्वीपीय विस्थापन

पृथ्वी की सतह पर एक दूसरे के सापेक्ष महाद्वीपों की गति को महाद्वीपीय विस्थापन (Continental Drift) के रूप में जाना जाता है। इसे जर्मन मौसम विज्ञानी अल्फ्रेड वेगेनर द्वारा 1912 में प्रस्तुत किया गया था।

  • वेगनर ने सुझाव दिया कि पृथ्वी की सारी भूमि एकल अति विशाल महाद्वीप (Supercontinent) के रूप में थी, जो एक महासागर से घिरा हुआ था।
    • उन्होंने इसको पैंजिया (Pangaea) और आसपास के महासागर को पैनथालासा (Panthalassa) कहा।
  • यह कार्बोनिफेरस काल के दौरान टुकड़ों में टूट गया था, तब से, टुकड़े अपनी वर्तमान स्थिति में आ गए और अभी भी घूम रहे हैं।
  • वेगनर ने सुपर महाद्वीप (पैंजिया) के ....
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