जाति आधारित जनगणना

जनगणना में किसी व्यक्ति की जाति से संबंधित सूचना का समावेश करना जातीय जनगणना (Caste Census) कहलाता है।

  • जातिगत जनगणना के माध्यम से पिछड़ेपन का शिकार हुई जाति को आरक्षण का लाभ देकर उनकी स्थिति मजबूत किया जा सकता है। स्वतंत्र भारत में 1951 से 2011 तक प्रत्येक जनगणना में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों पर आंकड़े प्रकाशित किए गए थे।
    • हालांकि इसमें अन्य जातियों से संबंधित किसी भी प्रकार के आंकड़े प्रकाशित नहीं किए गए थे।
  • 1871 में की गई पहली जनगणना में जाति के विषय में प्रश्न शामिल किए गए थे।
  • भारत में आिखरी बार जातीय ....
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