क्लोनिंग

किसी जैविक इकाई की आनुवांशिक रूप से पूर्णतः समरूप इकाई बनाने की प्रक्रिया को क्लोनिंग कहा जाता है। इन जैविक इकाइयों में जीन, कोशिका, ऊतक और यहां तक कि एक संपूर्ण जीव भी शामिल हो सकता है।

  • समान आनुवांशिक सामग्री होने के बावजूद क्लोन हमेशा मूल जीव जैसे नहीं दिखते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किसी जीव की शारीरिक विशेषता के निर्धारण में पर्यावरण की भी भूमिका होती है।
  • सोमैटिक सेल न्यूक्लियर ट्रांसफर (SCNT) के अंतर्गत सोमैटिक कोशिका से लिए गए न्यूक्लियस को न्यूक्लियस रहित अंडक (अंड कोशिका) में स्थानांतरित किया जाता है। तत्पश्चात, एक कृत्रिम परिवेश के जरिए ....
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