यलो हिमालयन फ्रिटिलेरी

यह पौधा मुख्य रूप से भूटान, चीन, भारत, म्यांमार, नेपाल और पाकिस्तान के हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है।

  • यह प्रजाति अकुशल हार्वेस्ट, अत्यधिक दोहन तथा इसके कंदों (Bulbs) की असंधारणीय एवं समय पूर्व प्राप्ति तथा अवैध बाजारों में बिक्री के कारण खतरे का सामना कर रही है।
  • यह दमा रोधी, एंटीह्यूमेटिक, ज्वरनाशक, गैलेक्टागाग, हेमोस्टेटिक, आप्थाल्मिक तथा ऑक्सीटॉसिक में औषधीय रूप से उपयोगी है। ....
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