भू-राजस्व प्रणाली

भारतीय इतिहास में भू-राजस्व तथा कर प्रणाली का व्यवस्थित रूप मौर्य साम्राज्य की स्थापना से अस्तित्व में आता है।

  • इससे पहले हड़प्पा और वैदिक काल में व्यवस्थित भू-राजस्व और कर प्रणाली का पता नहीं चलता है।
  • सैद्धांतिक रूप से प्रारंभ में जंगल साफ करके उसे कृषि योग्य बनाने वाला ही भू-खण्ड का मालिक समझा जाता था।
  • वैदिक कालः ऋग्वैदिक काल में भूमि निजी सम्पत्ति का प्रचलन नहीं था तथा उस पर सामूहिक अधिकार का सिद्धांत लागू था।
    • ऋग्वैदिक काल में कर संग्रहण करने वाले किसी अधिकारी का उल्लेख भी नहीं मिलता है।
    • इस काल में पशुओं को ही संपत्ति माना जाता था।
    • उत्तर वैदिक काल में ....

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