माइक्रो प्लास्टिक एवं नैनो प्लास्टिक

5 मिली मीटर से कम आकार वाले प्लास्टिक को माइक्रो प्लास्टिक की संज्ञा दी जाती है। इनमें माइक्रो फाइबर (सबसे प्रचुर मात्रा में), टुकड़े, छर्रे, फ्लेक्स एवं शीट शामिल होते हैं।

  • नैनो प्लास्टिक के कणों का आकार 1000 नैनोमीटर से भी कम होता है। दूसरे शब्दों में, एक नैनोमीटर एकमीटर के एक अरबवें हिस्से के बराबर होता है।
  • माइक्रो प्लास्टिक एवं नैनो प्लास्टिक से मनुष्य में कोशिका क्षति एवं सूजन जैसी स्थिति उत्पन्न होती हैं। साथ ही, ये समुद्री जीवो के विकास में बाधा, लारवा विकृति और अन्य विषाक्त प्रभावों के लिए भी उत्तरदायी ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।
प्रारंभिक विशेष