लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण

लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण (Democratic Decentralization) केंद्र से राज्य के कार्यों और संसाधनों को निचले स्तरों पर निर्वाचित प्रतिनिधियों को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया है, ताकि शासन में नागरिकों की प्रत्यक्ष भागीदारी को सुविधाजनक बनाया जा सके।

    • इसका उद्देश्य प्राधिकरण और विशेषज्ञता के क्षेत्र का विस्तार करना और लोगों को राजनीति और प्रशासनिक मामलों में अधिक से अधिक भागीदारी करने में सक्षम बनाना है।
  • स्वतंत्रता के पश्चात् पंचायती राज और नगरपालिकाओं की स्थापना लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण की अवधारणा को साकार करने के लिये उठाए गए महत्त्वपूर्ण कदमों में से एक थी।
    • विकेंद्रीकृत शासन की स्थापना 73वें और 74वें संविधान संशोधनों के माध्यम से की ....
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