सिंचाई के साधन

कृत्रिम साधनों जैसे नहर, कुएँ, नलकूप, तालाब आदि से जल के स्रोत जैसे संसाधनों से फसलों को जल आपूर्ति करने की प्रक्रिया सिंचाई कहलाती है। भारत में कुल फसल क्षेत्र के दो तिहाई भाग को सिंचाई की आवश्यकता होती है।

  • भारत में मानसून वर्षा की प्रकृति अनिश्चित, अविश्वसनीय, अनियमित, मौसमी और असमान होती है। इस कारण भारत में कृषि के विकास हेतु सिंचाई की अधिक आवश्यकता होती है।
  • देश में बोए गए लगभग 141 मिलियन हेक्टेयर शुद्ध क्षेत्र में से लगभग 65 मिलियन हेक्टेयर (या 45 प्रतिशत) वर्तमान में सिंचाई के अंतर्गत आता है।

भारत की सिंचाई परियोजनाएं

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