भूमि मापन प्रणाली

  • मौर्य कालः चंद्रगुप्त मौर्य काल में भी माप तथा नापतौल के लिए अच्छी प्रकार से परिभाषित पद्धति का प्रयोग किया जाता था।
    • राज्य के द्वारा माप के भारों (बाटों) एवं तुला (तराजू) की सत्यता सत्यापित करने की परम्परा थी।
    • उस काल की प्रणाली के अनुसार भार की सबसे छोटी इकाई एक परमाणु तथा लंबाई की सबसे छोटी इकाई अंगुल थी।
    • लम्बी दूरी के लिए योजन का प्रयोग किया जाता था।
  • गुप्त कालः इस काल में भूमि माप के रूप में निर्वतन, कूल्यवाप, द्रोणवाप, आढ़प, पत्तिकदल, भूमि तथा पातक जैसे मापकों का उल्लेख मिलता है।
  • चोल कालः भूराजस्व निर्धारित ....
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