घरेलू व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण बैंक

घरेलू व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण बैंक (Domestic Systemically Important Banks) ऐसे बैंक होते हैं ‘टू बिग टू फेल’ की अवधारणा पर आधारित हैं।

  • भारतीय रिजर्व बैंक ‘घरेलू व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण बैंकों’ (DSIB) को आकार, जटिलता, प्रतिस्थापन की कमी और बैंकों की परस्पर संबद्धता, राज्य की रिपोर्ट जैसे कारकों पर विचार करने के बाद अंतिम रूप देता है।

प्रमुख पहलें

  • फ्रेमवर्कः भारतीय रिजर्व बैंक ने 22 जुलाई, 2014 को प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण घरेलू बैंकों (डी-एसआईबी) से निपटने के लिए फ्रेमवर्क जारी किया था।
  • सूचीः वर्ष 2015 से भारतीय रिजर्व बैंक सभी घरेलू व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण बैंक की सूची जारी कर ....
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