भूस्खलन

भूस्खलन को सामान्य रूप से अपक्षय की प्रक्रिया तथा गुरुत्वाकर्षण बल के कारण किसी ढाल से शैल (Rock), मलबा (Debris) अथवा मिट्टी (Soil) के बृहत संचलन (Mass Movement) के रूप में परिभाषित किया जाता है।

  • भूस्खलन के प्रकारों में सामान्य रूप से गिरना (Fall), लटकना (Topple), फिसलना (Slide), प्रसार (Spread) तथा प्रवाह (Flow) को शामिल किया जाता है।
  • भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के अनुसार, भारत के कुल स्थलीय क्षेत्र का लगभग 12.6% भाग भूस्खलन-प्रवण संकटग्रस्त क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

प्रमुख पहलें

  • भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) द्वारा देश के भूस्खलन-प्रवण क्षेत्र हेतु एक ‘राष्ट्रीय भूस्खलन संवेदनशीलता मानचित्रण’ (National Landslide Vulnerability Mapping) का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।
प्रारंभिक विशेष