विवाह प्रणाली

  • वैदिक कालः मनु समेत अन्य स्मृतिकारों ने तथा गृह्यसूत्रों व पुराणों में 8 प्रकार की विवाह पद्धतियों का उल्लेख है-
    • विवाह के 8 प्रकारों में से प्रथम चार प्रकार (ब्रह्म विवाह, दैव विवाह, आर्ष विवाह व प्रजापत्य विवाह) के विवाह उत्तम कोटि के विवाह माने जाते थे तथा बाद के चार प्रकार (गंधर्व विवाह, असुर विवाह, राक्षस विवाह, पैशाच विवाह) के विवाह निम्न कोटि के विवाह माने जाते थे।
    • बाल-विवाह की प्रथा नहीं थी। पुत्री का भी उपनयन संस्कार किया जाता था।
  • उत्तर वैदिक कालः उत्तर वैदिक काल में एक विवाह के साथ ही बहुविवाह की प्रथा का भी प्रचलन था।
    • पहली पत्नी ....
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