पूर्वोत्तर के मिथुन पशु को ‘फूड एनिमल’ का दर्जा

  • हाल ही में, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा ‘मिथुन’ (बोस फ्रंटलिस) को ‘खाद्य पशु’ (Food Animal) के रूप में मान्यता प्रदान की गई है। वर्ष 2022 में ‘हिमालन याक’ को भी ‘खाद्य पशु’ का दर्जा दिया गया था।
  • ‘खाद्य पशु’ ऐसे जानवर को कहते हैं, जिनका खाद्य उत्पादन अथवा मांस (मानव उपभोग) हेतु पालन किया जाता है। ‘मिथुन’ बोविडे कुल का जुगाली करने वाला जानवर है। यह मुख्य रूप से अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर और मिजोरम के साथ-साथ म्यांमार और भूटान के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। यह अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड का राज्यकीय पशु ....
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