अंतरिक्ष ईंट

बेंगलूरू स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों ने बैक्टीरिया आधारित एक विशिष्ट तकनीक विकसित की है, जिसका उपयोग बड़े पैमाने पर 'अंतरिक्ष ईंट' (Space Bricks) बनाने में किया जा सकता है|

मुख्य बिंदु

अंतरिक्ष ईंट बनाने के लिए मुख्य अवयव मंगल की सिमुलेंट सॉयल (Martian soil simulant) और यूरिया है।

  • इसके निर्माण में स्पोरोसारसीना पेस्टुरी (Sporosarcina pasteurii) नामक बैक्टीरिया का प्रयोग किया गया है|
  • इन अंतरिक्ष ईंटों का उपयोग मंगल ग्रह पर भवन जैसी संरचनाओं के निर्माण के लिए किया जा सकता है।
  • शोधकर्ताओं की योजना मंगल के वायुमंडल और कम गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव ....
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