जलवायु जोखिम सूचकांक-2019

5 दिसंबर, 2018 को एक स्वतंत्र विकास संगठन जर्मनवॉच ने जलवायु जोखिम सूचकांक-2019 जारी किया है जिसमें 2017 के आंकड़े शामिल हैं। सूचकांक में भारत को पिछले 20 वर्षों की जलवायु संबंधी घटनाओं के आधार पर 14वें स्थान पर रखा गया है।

उद्देश्य

मौत और आर्थिक नुकसान के मामले में मौसमी घटनाओं (तूफान, बाढ़, भयंकर गर्मी इत्यादि) के मात्रात्मक प्रभावों का विश्लेषण करना।

विशेषताएं

  • सूचकांक में भारत को उनके चार अन्य पड़ोसी देशों की तुलना में बेहतर स्थिति प्रदान की गई है। रैंकिंग में म्यांमार को तीसरा, बांग्लादेश को सातवां, पाकिस्तान को आठवां तथा नेपाल को ग्यारहवां स्थान प्रदान किया गया है।
  • भारत का एक ....
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