धान के अंतर्गत कृषि भूमि में कमी

  • हाल ही में कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार,पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2022 में धान की खेती के तहत कवर किए गए कुल क्षेत्र में 5.62% की कमी दर्ज की गयी है।
  • अभी तक लगभग 384 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की खेती हो चुकी है।
  • कमी के पीछे का कारण, उच्च इनपुट लागत- विशेष रूप से उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि और पानी की कमी आदि है।
  • देश में दलहन, तिलहन की खेती में भी कमी दर्ज की गई है, जबकि गन्ना और कपास की खेती में वृद्धि हुई ....
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