​आरक्षण लाभ हेतु धर्म परिवर्तन के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय

  • हाल ही में, सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि बिना किसी वास्तविक आस्था के केवल आरक्षण का लाभ पाने के लिए किया गया धर्म परिवर्तन 'संविधान के साथ धोखाधड़ी' (Fraud on the Constitution) है।
  • सी. सेल्वरानी बनाम विशेष सचिव मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत अपनी पसंद के धर्म का पालन करने और उसे मानने का अधिकार है।
  • इससे पहले कोर्ट ने मोहम्मद सादिक बनाम दरबारा सिंह गुरु मामले में कहा था कि एक व्यक्ति अपना धर्म और आस्था बदल सकता है, लेकिन अपनी जाति नहीं बदल सकता, क्योंकि ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ