शून्य विवाह से पैदा हुए बच्चे, वैध संतान

  • 19 जनवरी, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्णय दिया है शून्य या अमान्य विवाह (Void/Voidable Marriage) से पैदा हुए बच्चों को माता-पिता की संपत्ति में हिस्सेदारी से वंचित नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ‘हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, 1956’ मिताक्षरा कानून द्वारा शासित संयुत्तफ़ हिंदू परिवार की संस्था को मान्यता देता है।
  • हिंदू अविभाजित परिवार में उत्तराधिकार संबंधी कानून दो प्राचीन विधियों या मान्यताओं पर आधारित है- मिताक्षरा और दायभाग।
  • मिताक्षरा विधि के अनुसार पुत्र, पोते या परपौत्र जन्म के आधार पर पारिवारिक संपत्ति के उत्तराधिकारी होते ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ