पीओपी अपशिष्ट के निपटारे के लिए नयी ईको-फ्रेंडली तकनीक

भारतीय शोधकर्ताओं ने पीओपी (Plaster of Paris-POP) अपशिष्ट के निपटारे के लिए अब एक नयी ‘ईको-फ्रेंडली’ (Eco-Friendly) तकनीक विकसित की है। इस तकनीक की मदद से पीओपी अपशिष्ट का सुरक्षित रूप से पुनर्चक्रण करके नये किफायती उत्पाद बनाए जा सकते हैं।

  • यह तकनीक पुणे स्थित राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला और मुंबई के ‘इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी’ (Institute Of Chemical Technology) के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित की गई है।
  • इस तकनीक की मदद से पीओपी अपशिष्ट में मौजूद हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करके उससे अमोनियम सल्फेट और कैल्शियम बाइकार्बोनेट जैसे उपयोगी उत्पाद बनाए जा सकते हैं।
  • इस नयी तकनीक के अंतर्गत पीओपी अपशिष्ट को अमोनियम ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ