आधुनिक भारत का निर्माण व्यक्तित्व तथा आंदोलनों की भूमिका

आधुनिक भारत का उदय तथा विकास कोई आकस्मिक घटना नहीं थी, बल्कि यह एक लम्बी प्रक्रिया का परिणाम था, इस प्रक्रिया में अनेक व्यक्तित्व तथा आंदोलनों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इन व्यक्तित्वों की सोच तथा आंदोलनों की प्रकृति भी एकरूप नहीं थी, सभी ने आधुनिक भारत को अपने दृष्टिकोण से देखा तथा समझा। प्रस्तुत विशेष सामग्री में इन व्यक्तित्वों तथा आंदोलनों के विचार तथा भूमिका को समझने का प्रयास किया गया है।

  • ब्रिटिश उपनिवेशवाद की प्रकृति की वास्तविक समझ का विकास, यूरोपीय पुनर्जागरण के विचारों के भारत पहुँचने से भारत में सामाजिक-धार्मिक तथा सांस्कृतिक प्रवर्तियों के आलोचनात्मक मूल्यांकन की शुरुआत ....
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