चुनाव सुधार एवं इसके सामाजिक प्रभाव

17वीं लोकसभा के लिए सम्पन्न चुनावों के पश्चात हारने वाले कई राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रक्रिया एवं इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर सवाल उठाए| जिसके बाद चुनाव आयोग के द्वारा इसकी जांच एवं सत्यापन के लिए वोटर वैरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल (VVPAT) को शामिल किया गया| इसके आधार पर अब मतदाता अपने दिये गए मत की जांच कर सकता है|

चुनाव सुधार के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया में निहित विसंगतियों को दूर कर जनता की आकांक्षा के अनुरूप जन प्रतिनिधि का चुनाव सुनिश्चित किया जाता है| भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां सरकार के तीन स्तरों के लिए चुनाव सम्पन्न किए जाते ....

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