जनहित याचिका की सीमा

राज्यसभा में एक निजी सदस्य द्वारा ‘जनहित याचिका (विनियमन) विधेयक, 1996’ नामक बिल प्रस्तुत किया गया था। हालांकि, यह बिल पारित नहीं किया जा सका लेकिन इस बिल में जनहित याचिका की सीमाओं के बारे में कहा गया कि समाज के गरीब वर्गों को न्याय प्रदान कराने के नाम पर जनहित याचिका का दुरुपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा यदि जनहित याचिका मामलों को अन्य मामलों पर प्राथमिकता दी जाएगी तो न्यायालय में कई सामान्य मामलों पर सुनवाई होने में वर्षों लग सकते हैं।

  • कई बार जनहित याचिका के मामलों में केवल प्रतीकात्मक न्याय प्राप्त होता है। कार्यपालिका के सक्रिय ....
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