अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों का विनियमन

  • 6 जनवरी, 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि शिक्षा की उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को विनियमित किया जा सकता है। न्यायालय के अनुसार ऐसे शिक्षण संस्थान शिक्षकों की नियुक्ति के पूर्ण अधिकार पाने का दावा नहीं कर सकते।
  • न्यायालय ने अपने निर्णय में ‘पश्चिम बंगाल मदरसा सेवा आयोग अधिनियम 2008’ की संवैधानिकता को भी बरकरार रखा।
  • सर्वाेच्च न्यायालय ने माना कि राष्ट्रीय हित में अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों हेतु नियामक व्यवथा प्रदान करने के लिए राज्य को अधिकार है।
  • यह निर्णय ‘पश्चिम बंगाल मदरसा सेवा आयोग अधिनियम 2008’ की वैधता से संबंधित था, ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

विशेष