रोजगार / गरीबी

  • संरचनात्मक बेरोजगारी ( Structural Unemployment ): औद्योगिक जगत में उद्योगों में संकुचन और विस्तार जैसे संरचनात्मक परिवर्तनों के परिणाम स्वरुप उत्पन्न होने वाली बेरोजगारी को संरचनात्मक बेरोजगारी कहते हैं इस प्रकार की बेरोजगारी अर्थव्यवस्था के बिछड़ेपन के कारण होती है।
  • भारत में इस प्रकार की बेरोजगारी सबसे अधिक है। तकनीकी के प्रयोग से अर्थव्यवस्था का स्वरुप बदलता है परंतु संसाधनों के अभाव के कारण उद्योग खुद को समायोजित नहीं कर पाते हैं। इस प्रकार की अर्थव्यवस्था को विभिन्न प्रकार के मजदूरों की आवश्यकता होती है परंतु इस प्रकार के श्रमिक उपलब्ध नहीं हो पाते हैं। यह सभी संरचनात्मक बेरोजगारी के उदाहरण ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

विशेष