बांस आधारित अर्थव्यवस्था एवं इसका महत्व

  • 4 जुलाई, 2021 को खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने ‘सूखे भू-क्षेत्र पर बांस मरु-उद्यान’ (Bamboo Oasis on Lands in Drought-BOLD) नामक परियोजना (प्रोजेक्ट बोल्ड) प्रारंभ की है। राजस्थान के उदयपुर जिले के निकलमांडावा के आदिवासी गांव में शुरू की जाने वाली अपनी तरह की पहली परियोजना है।
  • यह परियोजना खादी ग्रामोद्योग आयोग द्वारा देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित खादी बांस महोत्सव का हिस्सा है।
  • खादी ग्रामोद्योग प्राधिकरण द्वारा गुजरात के धोलेरा गांव (अहमदाबाद जिले) और लेह-लद्दाख में भी इसी तरह की परियोजना शुरू की जाने वाली है।
  • 21 अगस्त से पहले कुल 15,000 बांस के पौधे लगाए ....
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