भुगतान प्रणाली टच पॉइंट्स की जियो-टैगिंग

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 25 मार्च, 2022 को ‘भुगतान प्रणाली के टच पॉइंट्स की जियो-टैगिंग’ (geo-tagging of payment system touch points) के लिए एक फ्रेमवर्क जारी किया।

उद्देश्य: मजबूत भुगतान स्वीकृति अवसंरचना उपलब्धता के माध्यम से डिजिटल भुगतान को विस्तार देना और देश के सभी नागरिकों को समावेशी पहुंच मुहैया करना।

महत्वपूर्ण तथ्य: आरबीआई ने बैंक और गैर-बैंक भुगतान प्रणाली संचालकों को नियमित आधार पर अपने टच पॉइंट्स की सटीक भौगोलिक स्थिति (geographical locations) की जानकारी रखने और जमा करने के निर्देश जारी किए।

जियो-टैगिंग: जियो-टैगिंग का आशय दुकानदार द्वारा अपने ग्राहकों से भुगतान ....

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