​अक्षय ऊर्जा: महत्त्व एवं संभावनाएं

  • 20 अगस्त को भारत में अक्षय ऊर्जा दिवस मनाया जाता है, जिससे अक्षय ऊर्जा के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।
  • पिछले 4 दशकों में विश्व की जनसंख्या और नई तकनीकों के विकास से ऊर्जा की मांग बढ़ी है, जिसे नवीकरणीय ऊर्जा से पूरा किया जा सकता है।
  • जीवाश्म ईंधन सीमित संसाधन हैं, जो समय के साथ कम हो रहे हैं और उनका दोहन पर्यावरण के लिए हानिकारक है।
  • सौर ऊर्जा को बिजली में बदलने के लिए सोलर पैनल्स की जरूरत होती है। भारत में सालाना 3000 घंटे तक सूर्य का प्रकाश मिलता है, जिससे सौर ऊर्जा का उत्पादन संभव है। एक मेगावाट सौर ....
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