3-डी प्रिंटिंग

1986 में, भौतिक विज्ञानी ‘चार्ल्स हल’ ने ‘स्टीरियोलिथोग्राफी’ (Stereolithography) तकनीक का पेटेंट कराया, जिसे अब आमतौर पर 3डी प्रिंटिंग के रूप में जाना जाता है।

  • 2014 में, ‘चार्ल्स हल’ को ‘राष्ट्रीय इन्वेंटर्स हॉल ऑफ फेम’ में शामिल किया गया था। उन्हें ‘3डी प्रिंटिंग के जनक’ के रूप में भी जाना जाता है।
  • अंतरराष्ट्रीय मानक संगठन (ISO) ने एडिटिव विनिर्माण तकनीकों (Additive manufacturing techniques) को 7 मुख्य वर्गों में विभाजित किया है, जिनके नाम हैं: मटेरियल एक्सट्रूजन, वैट पॉलिमराइजेशन, पाउडर बेड फ्यूजन, मटेरियल जेटिंग, बाइंडर जेटिंग, डायरेक्ट एनर्जी डिपोजिशन और शीट लेमिनेशन।
  • मटेरियल एक्सट्रूजन (Material Extrusion) की प्रक्रिया को हॉट ग्लू ....
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