​भवन-निर्माण और मलबे का निपटारा: चक्रीय अर्थव्यवस्था के माध्यम से समाधान

  • रेखीय और चक्रीय अर्थव्यवस्था में अंतर क्या है? – रेखीय अर्थव्यवस्था 'टेक-मेक-वेस्ट' मॉडल पर, जबकि चक्रीय अर्थव्यवस्था 'क्लोज्ड-लूप प्रणाली' पर आधारित है, जो पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण पर जोर देती है
  • भारत में निर्माण क्षेत्र का आर्थिक योगदान कितना है? – सकल घरेलू उत्पाद में 8% से अधिक, वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा
  • भारत में निर्माण क्षेत्र से कितना अपशिष्ट उत्पन्न होता है? – 12 मिलियन टन कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन (C&D) अपशिष्ट प्रति वर्ष, जो कुल ठोस अपशिष्ट का 20-25% है
  • 3 आर सिद्धांत क्या है? – अपशिष्ट को कम करना, पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण को प्राथमिकता देना
  • चक्रीयता में किस तकनीक का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ