पोषण और आजीविका सुरक्षा के लिए मधुमक्खी पालन

  • मधुमक्खी पालन से शहद के अलावा मौनविष, मोम, पराग, प्रोपेलिस, रॉयल जैसे उत्पाद प्राप्त होते हैं।
  • मौनविष को आर्थराइटिस और रूमेटिक दर्द के लिए विभिन्न दवाएं बनाने में प्रयोग किया जाता है, इसे ‘एपीथेरेपी’ कहते हैं।
  • रॉयल जेली का उपयोग पोषक आहार के रूप में किया जाता है। प्रोपेलिस एक रेजिन पदार्थ है, जिसे गोंद के रूप में प्रयोग करते हैं।
  • मधुमक्खी पालन के माध्यम से गुणवत्ता युक्त शहद का उत्पादन करने की प्रक्रिया को ‘मीठी क्रांति’ के नाम से जाना जाता है। प्रत्येक वर्ष 20 मई को ‘विश्व मधुमक्खी दिवस’ मनाया जाता है।
  • मधुमक्खी के एक छत्ते ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ