डिजिटल युग में पारंपरिक कला के स्वरूप

  • कला का डिजिटलीकरण कलाकार को अत्यधिक विविधता और सहजता प्रदान करता है।
  • डिजिटलीकरण की प्रक्रिया में इंटरएक्टिव मल्टीमीडिया इंस्टॉलेशन, 2D 3D एवं 4D आयामों के साथ आभासी वास्तविकता (VR) एवं संवर्द्धित वास्तविकता (AR) जैसी आधुनिक विधियों की मदद से कला की उत्कृष्ट कृतियां बनाने एवं उन्हें लोकप्रिय बनाने की अधिक संभावना होती है।
  • डिजिटल एनहैंसमेंट तकनीक कलात्मक परंपराओं को सतत रूप से परिवर्तित करते रहने तथा इसे मानवजाति की यात्र के साथ समन्वित रखने में सहायक रही है।
  • समर्पित डिजिटल मीडिया अभियानों के माध्यम से अनेक मृत कला रूपों का पुनरुत्थान हुआ ....
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