सफेद दाग की बीमारी का मुकाबला

  • सफेद दाग अथवा विटिलिगो एक क्रोनिक (लंबे समय तक चलने वाला) ऑटोइम्यून विकार है, जिसके कारण त्वचा के पैच, रंगद्रव्य या रंग खो देते हैं।
  • ऐसा तब होता है जब रंगद्रव्य बनाने वाली मेलानोसाइट्स नामक त्वचा कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं, जिससे त्वचा का रंग सफेद (Milky White) हो जाता है।
  • सामान्य रूप में, प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे संपूर्ण शरीर में वायरस, बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ने का कार्य करती है।
  • ऑटोइम्यून बीमारियों वाले लोगों में, प्रतिरक्षा कोशिकाएं शरीर के स्वस्थ ऊतकों पर हमला करती हैं।
  • विटिलिगो से पीड़ित लोगों में अन्य ऑटोइम्यून विकार भी विकसित होने की ....
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