समाज के सुभेद्य वर्गों के प्रति नकारात्मक अभिवृत्ति के कारणों की चर्चा करते हुए इसे कम करने हेतु नवोन्मेषी उपायों का उल्लेख कीजिये?

उत्तर: किसी व्यक्ति, वस्तु, विचार, समूह अथवा स्थिति के प्रति सकारात्मक अथवा नकारात्मक भावों की अभिव्यक्ति को अभिवृत्ति कहा जाता है। अभिवृत्ति में व्यक्ति की मनः स्थिति के भावनात्मक तथा संज्ञानात्मक पहलू शामिल होते हैं।

सुभेद्य वर्गों के प्रति नकारात्मक अभिवृत्ति के कारण

  • सामान्य रूप से समाज के सुभेद्य वर्गों के पास समृद्ध वर्गों की तुलना में संसाधनों की उपलब्धता सीमित होती है। संसाधनों का असमान वितरण इन वर्गों की प्रगति में सबसे बड़ा बाधक है।
  • समाज के सुभेद्य वर्गों में शिक्षा का सीमित विस्तार हुआ है। इनकी परंपरागत जीवन पद्धति मुख्य रूप से रूढ़ियों द्वारा संचालित होती है।
  • देश में प्रचलित ....
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