सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) एक काल-भ्रमित कानून है और इसका निरसन हमारे लोकतंत्र की नींव को मजबूत कर सकता है। समालोचनात्मक परीक्षण

उत्तरः उत्तर-पूर्वी राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर में हिंसात्मक गतिविधियों को रोकने के लिए क्रमशः वर्ष 1958 एवं 1990 में सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) को लागू किया गया था। सुरक्षा बलों द्वारा नागरिक अधिकारों के हनन के कारण AFSPA को निरस्त किए जाने की मांग उठती रहती है।

एक कठोर अधिनियम के रूप में AFSPA

निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर यह अधिनियम सशस्त्र बलों को गोली चलाने का अधिकार प्रदान करता है।

  • अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार केंद्र सरकार की पूर्व अनुमति के बिना सुरक्षा बलों के विरुद्ध अभियोजन प्रक्रिया नहीं चलाई जा सकती है।
  • किसी भी क्षेत्र को ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

प्रश्न पत्र