एक गुटनिरपेक्ष देश के रूप में शीत युद्ध में भारत की क्या भूमिका रही? शीत युद्ध से प्राप्त निष्कर्षों के परिप्रेक्ष्य में बताइए कि भारत, वर्तमान रूस-यूक्रेन संघर्ष में क्या भूमिका निभा सकता है।

उत्तरः गुटनिरपेक्ष आंदोलन का आरंभ शीत युद्ध में संयुक्त राज्य अमेरिका तथा सोवियत संघ के गुट में न शामिल होने को लेकर प्रतिबद्ध देशों के एक समूह के रूप में किया गया था। 1955 में इंडोनेशिया के बांडुंग में गठित इस समूह के देश स्वतंत्र एवं तटस्थ रहने को प्रतिबद्ध थे।

गुटनिरपेक्ष देश के रूप में भारत की भूमिका

भारत ने शीत युद्ध के विरुद्ध प्रतिक्रियात्मक रूप से ‘इच्छुक पर्यवेक्षक’ बने रहने का संकल्प लिया तथा अमेरिका एवं सोवियत संघ की राजनीति से स्वयं को दूर रखा।

  • भारत ने उत्तर कोरिया तथा अफ्रीकी महाद्वीप में अनेक सक्रिय राजनीतिक मामलों में मध्यस्थ ....

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