अभिवृत्ति, व्यक्ती के व्यवहार का एक प्रमुख निर्धारक है; उदाहरण देते हुए विश्लेषण करें कि अभिवृत्ति किसी व्यक्ती के व्यवहार को निर्धारित कर सकती है।

उत्तरः अभिवृत्ति का तात्पर्य किसी विशेष वस्तु, व्यक्ती अथवा घटना के प्रति मनुष्य द्वारा व्यक्त किए जाने वाली भावनाओं, विश्वासों और व्यवहार से है। अभिवृत्तियों का विकास सामान्य रूप से अनुभव अथवा व्यक्ती के पालन-पोषण परिणाम स्वरूप होता है और यह अंततः उसके व्यवहार को प्रभावित करता है।

  • अभिवृत्ति से व्यक्ती के व्यवहार का निर्धारण होता है
  • अनेक कारकों के साथ अभिवृत्ति के द्वारा व्यक्त की भावनाओं निर्णय लेने की क्षमता तथा उसका व्यवहार निम्नलिखित रुप में प्रभावित होता हैः
  • व्यक्ती का सकारात्मक दृष्टिकोण उसके कार्यस्थल एवं अन्य परिवेशों में सकारात्मक प्रेरणा का प्रवाह करता है। उदाहरण के लिए अपने कार्य ....
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