गुप्तकालीन कला एवं साहित्य की विशेषताओं का वर्णन करते हुए आधुनिक कला के विकास में इसके योगदान की चर्चा कीजिए।

उत्तरः गुप्त काल में कला की विभिन्न श्रेणियों विशेषकर स्थापत्य कला, मूर्तिकला, चित्रकला, संगीत, नृत्यकला तथा साहित्य के क्षेत्र में व्यापक प्रगति देखी गई। इन्हें निम्नलिखित उदाहरणों से समझा जा सकता हैः

गुप्तकालीन कला

  • देवगढ़ (दशावतार मन्दिर), भितरगाँव का मन्दिर, तिगवाँ (विष्णु मन्दिर), भूमरा (शिव मन्दिर), अजयगढ़ (पार्वती मन्दिर), तथा अपहोल का मन्दिर गुप्त काल के प्रमुख उल्लेखनीय मन्दिर हैं। सारनाथ का धमेख स्तूप तथा गोरखपुर जिले के कहोम में स्कन्दगुप्त का प्रस्तर स्तम्भ भी गुप्त काल से संबंधित है।
  • इस काल की गुफाओं की दीवारों पर अनेक कलात्मक तथा आकर्षक चित्र प्राप्त हुए हैं। महाराष्ट्र में अजंता एवं एलोरा तथा ....

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