आरटीआई अधिनियम 2005 को लागू करने के बाद लगातार आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उपयोग करने के संदर्भ का आलोचनात्मक विश्लेषण करें।

उत्तरः राष्ट्रवादी प्रकाशनों को बंद करने के उद्देश्य से पहली बार 1889 में भारतीय आधिकारिक गोपनियता अधिनियम (Indian official secrets act)लागू किया गया था। इसके बाद 1904 में लॉर्ड कर्जन (1899-1904) के समय में इस अधिनियम में संशोधन किया गया तथा इसे अधिक कठोर बनाया गया। बाद में भारतीय आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 द्वारा इसे बदल दिया गया। इसे अब तक कुछ अपेक्षित संशोधनों के साथ उपयोग में लाया जा रहा है।

अधिनियम के पक्ष में तर्क

  • राष्ट्रीय सुरक्षाः भारतीय आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा 3 राष्ट्र की अऽंडता के लिए जासूसी, देशद्रोह तथा दूसरे संभावित खतरों से निपटने ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

प्रश्न पत्र