प्राचीन भारत में मृदभांड

भारत में चौपानीमांडो से संसार में मृदभांड के प्रयोग के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।

हड़प्पा काल के मृदभांड

  • भारत में मृदभांड हड़प्पा काल से ही प्राप्त होने शुरू हो जाते हैं। इस काल में मिले मृदभांड को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है- सादे मृदभांड और चित्रित मृदभांड।
  • चित्रित मृदभांड को लाल व काले मृदभांडों के रूप में भी जाना जाता है। इनमें वृक्ष, पक्षी, पशुओं की आकृतियां और ज्यामितीय प्रतिरूप चित्रों को उकेरा गया था।

ताम्रपाषाण संस्कृति के मृदभांड

  • चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति उत्तर भारत की तांबा और लोहा से संबंधित संस्कृति है। इस ....
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