दास प्रथा

  • हड़प्पा सभ्यताः इस सभ्यता के कुछ पुरातात्त्विक प्रमाणों की सहायता से विद्वानों ने विचार प्रकट किया है कि उस समय भी दास प्रथा प्रचलित थी।
    • मोहनजोदड़ो में मिले दो-दो कोठरियों में सोलह मकान, जो तत्कालीन लोगों के निम्न जीवन स्तर के प्रमाण हैं, जिन्हें ‘पिगट’ महोदय ने ‘मजदूरों के मकान’ कहा है।
  • वैदिक कालः भारत के प्राचीन ग्रंथ मनुस्मृति में भी दास प्रथा का उल्लेख किया गया है।
    • ऋग्वेद में दासों के विषय में सूचना मिलती है, जहां आर्यों से शारीरिक और सांस्कृतिक भिन्नता रखने वालों को अनार्य कहा गया है और अनार्यो को दास, दस्यु या असुर कहकर पुकारा गया ....
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