प्रमुख बंदरगाह

सिन्धु घाटी सभ्यताः इस काल के लोथल, रंगपुर, प्रभास पाटन (सोमनाथ), बालाकोट, सुत्कागेंडोर एवं सुरकाकोह महत्वपूर्ण बन्दरगाह थे। लोथल एक ज्वारीय बन्दरगाह था।

    • मेसोपोटामिया के प्रवेश के लिए प्रमुख बंदरगाह ‘उर’ था।
  • मौर्य कालः इस युग के प्रमुख तटीय बंदरगाह भड़ौच, काठियावाड़, सोपारा और ताम्रलिप्ति आदि थे।
    • विदेशी व्यापार के लिए इस काल में ताम्रलिप्ति पूर्वी तट का महत्वपूर्ण बंदरगाह था, जहां से श्रीलंका के लिए जहाज जाते थे। पश्चिमी तट पट भड़ौच तथा सोपारा प्रमुख बंदरगाह थे।
    • चाणक्य के अर्थशास्त्र के अनुसार, बंदरगाहों की देखभाल करने वाला पट्टनाध्यक्ष कहलाता है।
  • मौर्योत्तर कालः भड़ौच, कल्याण, सोपारा आदि सातवाहन साम्राज्य के महत्वपूर्ण बंदरगाह थे; जबकि ....
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