भित्ति चित्र

भित्ति चित्र का अर्थ है, ऐसा चित्र जो दीवार पर बनाया गया हो। इनकी शुरुआत नव-प्रस्तर मानव के उन प्रयासों के साथ हुई, जब उसने गुफाओं की दीवारों पर प्राकृतिक रंगों से अपने जीवन से जुड़े चित्र बनाए।

  • भारतीय भित्ति-चित्रों का इतिहास 2वीं शताब्दी ईसा पूर्व से 8 वीं-10वीं शताब्दी ईस्वी पूर्व और प्रारंभिक मध्ययुगीन काल तक है।
  • भारत में इस अवधि के भित्ति चित्रों से युक्त 20 से अधिक स्थान विद्यमान हैं, जिनमें ज्यादातर प्राकृतिक गुफाएं और रॉक-कट कक्ष शामिल हैं।
  • भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे पुराने जीवित भित्ति चित्र अजंता के हैं। अजंता के चित्रों को दो चरणों में बनाया ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष