भारत की प्रमुख स्थानीय युद्ध कलाएं

भारत की विभिन्न संस्कृतियों में प्राचीन समय से ही युद्ध कलाएं प्रचलित रही हैं। भारत में विद्यमान कुछ महत्वपूर्ण युद्व कलाएं निम्नलिखित हैः

कलारीपयट्टू

  • ऐसा माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से दूसरी शताब्दी ईस्वी के दौरान केरल में हुई थी।
  • वर्तमान में यह केरल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में प्रचलित है।
  • इसका अभ्यास मुख्य रूप से केरल की योद्धा जातियों जैसे नायर, एज्हावा द्वारा किया जाता था। ये मानव शरीर के प्राचीन ज्ञान पर आधारित एक मार्शल आर्ट है। जिस स्थान पर इसका अभ्यास किया जाता है, उसे ‘कलारी’ कहा जाता है।

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष