मूर्तिकला

भारतीय मूर्तिकला आरम्भ से ही यथार्थ रूप लिए हुए हैं। भारतीय मूर्तियों में पेड़-पौधों और जीव-जन्तुओं से लेकर असंख्य देवी देवताओं को चित्रित किया गया है।

  • पाषाण काल में भी मनुष्य अपने पाषाण उपकरणों को कुशलतापूर्वक काट-छांटकर या दबाव तकनीक द्वारा आकार देता था, परंतु भारत में मूर्तिकला अपने वास्तविक रूप में हड़प्पा सभ्यता के दौरान ही अस्तित्व में आई।

सिंधु घाटी सभ्यता

  • इस सभ्यता में देवी-देवताओं, नारी, नर्तकी, पशु तथा पक्षियों की मूर्तियों का निर्माण हुआ। सिंधु सभ्यता की इन मूर्तियों में परिपक्वता देखने को मिलती है।
  • हड़प्पा सभ्यता में मृणमूर्तियों अर्थात मिट्टी की मूर्ति, प्रस्तर मूर्तियां तथा धातु मूर्तियां ....
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