विशेष न्यायालय: आवश्यकता एवं प्रासं गिकता

विशेष न्यायालय (Special Court), सीमित क्षेत्रधिकार वाले न्यायालय हैं, जो कानून के एक विशिष्ट क्षेत्र का प्रबंधन करते हैं।

  • ये अदालतें ‘न्यायिक’ संस्थाएं होते हुए भी देश की नियमित न्यायिक अदालतों के पदानुक्रम से बाहर होती हैं।
  • इन्हें अलग-अलग अधिनियमों द्वारा स्थापित किया जाता है तथा कानून के एक निर्दिष्ट क्षेत्र से निपटने के कारण ये सामान्य अदालतों से भिन्न होती हैं।
  • अब तक, देश में विभिन्न प्रतिमानों के तहत 25 से अधिक विशेष न्यायालय स्थापित किये गए हैं।

भारत में विशेष न्यायालयों के उदाहरण

  • सीबीआई अदालतः यह (CBI Court) ऐसी ही एक विशेष अदालत है, जिसे दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम, 1946 ....
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