राज्यों को विशेष श्रेणी का दर्जा

विशेष श्रेणी के राज्य का दर्जा उन राज्यों के विकास में सहायता के लिये केंद्र द्वारा किया गया वर्गीकरण है, जो भौगोलिक और सामाजिक-आर्थिक पिछड़ेपन का सामना कर रहे हैं।

  • यह वर्गीकरण गाडगिल फार्मूले (1969) पर आधारित है, जिसमें विशेष श्रेणी के राज्य के दर्जे के लिये निम्नलिखित आधार निर्धारित किये गए हैः
    • पहाड़ी इलाका और दुर्गम क्षेत्र;
    • कम जनसंख्या घनत्व और जनजातीय जनसंख्या का बड़ा हिस्सा;
    • पड़ोसी देशों के साथ सीमाओं की सामरिक स्थिति;
    • आर्थिक और बुनियादी अवसंरचना का पिछड़ापन तथा
    • राज्य वित्त की अव्यवहार्य प्रकृति।
  • इसे पहली बार 1969 में जम्मू-कश्मीर, असम और नगालैंड को दिया गया था।
    • वर्तमान में 11 राज्यों को विशेष श्रेणी ....
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